संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल ट्रॉमा सेंटर दिल्ली कब बनकर होगा तैयार ?
दिल्ली के मंगोल पुरी के संजय गांधी हॉस्पिटल में बन रहा है दिल्ली का सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर।
50% से बेड होंगे आपातकालीन सेवा के लिए आरक्षित।
362 बेड का हो ट्रॉमा सेंटर।
यह मंगोलपुरी विधान सभा है ,इस विधान सभा की विधाईका राखी बिड़ला हैं, जो आम आदमी पार्टी से है, इससे पहले यह विधान सभा सीट कांग्रेस के हाथ में थी। और यहां के पूर्व विधायक और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे raaj Kumar चौहान थे। मंगोल पुरी विधान सभा दिल्ली उत्तरी पश्चिमी जिले में आती है, और इस विधान सभा के तहत रोहणी सैक्टर 1,2,3 तक आती है। संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में, दिल्ली के वर्तमान मुखमंत्री ने, 362 बेडो के ट्रॉमा सेंटर का शिलान्यास 2019 में किया था और इसे 18 महीने में बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। लेकिन यह अब तक तैयार नहीं हो पाया है। जैसा कि आप फोटो में देख रहे हैं जो इमारत का निर्माण हो रहा है, वो दिल्ली के सबसे बड़े ट्रॉमा सेंटर की है। यह अस्पताल मंगोल पुरी एस ब्लॉक चौक से करीब 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। इस अस्पताल के आस-पास के 10 थानों का भार इस हॉस्पिटल पर पड़ता है।
मंगोल पुरी, पीरा गढ़ी, नागलोई, बेगमपुर, सुल्तानपुरी, किराड़ी, मुबारकपुर, बवाना इंडस्ट्रियल एरियाज के सभी एक्सीडेंट के केस इसी हॉस्पिटल के जिम्मे आता है। इस ट्रॉमा सेंटर के बन जाने के बाद से ,ऐसे में दिल्ली के अन्य हॉस्पिटल पर एक्सीडेंट के मामले का असर कम होगा क्योंकि सुविधा की कमी के चलते दूसरे हॉस्पिटल में केस ट्रांसफर कर दिए जाते है । इसके बनने के बाद इसमें कमी आएगी।
50% बेड इमरजेंसी इमरजेंसी केयर के लिए।
इस हॉस्पिटल की शिक्षा यह है की दिल्ली सरकार 50% बेड इमरजेंसी इमरजेंसी केयर के लिए बना रही हैं यह न केवल राजधानी दिल्ली बल्कि देश का सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर होगा। साथ ही इसमें 6 ऑपरेशन थिएटर भी होंगे।
ट्रॉमा सेंटर कब तक तैयार हो जाएंगे?
अमर उजाला में छपी एक रिपोट के मुताबिक पांच महीने में तैयार हो जाएगा, यह अस्पताल 90% काम पूरा हो गया है, बाकी के 10% काम में तेजी से काम जल्द ही पूरा करने की कोशिश की जा रही है । और अक्टूबर 2022 तक काम पूरा कर लिया जाएगा।