क्या मैंने कभी यह सोचा है कि संगठन क्या है ?
आज हम अपने इस लेख में संगठन क्या है ? के बारे में जानकारी प्राप्त करेगें, हम जानेंगे कि आखिर संगठन क्या है ?, Organisation किसे कहते है? क्योंकि हम अपनी पूरी जिंदगी किसी न किसी संगठन की सेवा लेते हुए गुजार देते है , लेकिन हमे या नहीं मालूम होता है कि संगठन क्या होते है
संगठन क्या है ?
क्या पता है कि संगठन क्या होता है और आप किसी संगठन के दायरे में अपना जीवन कैसे जीते हैं और फिर कैसे एक संगठन के द्वारा ही आपकी मृत्यु के अंतिम पड़ाव यानी शमसान तक जाता है आपके शुद्ध जीवन में आप कान्ही न कान्ही किसी न किसी एक सगठन के दायरे में होता है या फिर उसकी सेवा ले रहे होते हैं, जैसे कि आप किसी सरकारी या निजी अस्पताल का हिस्सा होते हैं, रेस्तरां में खाना खाया या किसी स्टेडियम में जुड़े रहने के लिए या फिर बीमारी की हालत में किसी अस्पताल में से इलाज किया और मरने के बाद किसी शम घाटसान पर अंतिम कार्रवाई के लिए गए वह भी किसी संगठन का हिस्सा है यानी के आप जीवन से लेकर मृत्यु तक किसी न किसी संगठन से जुड़े हुए है वह सरकारी या निजी कोई भी संगठन हो सकता है |
स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, पुलिस स्टेशन, न्यायलय, फिल्म कंपनियां या कोई भी कार्यालय ये सब संगठन है | और आप अपने पूरे जीवन में इसी तरह के जोखिमों पर रोक लगा रहे हैं अब तक तो शायद आप समझ ही गए होंगे कि संस्था क्या होती है ? संक्षिप्त जानकारी के अनुसार हम आपको व्यवस्थित कि परिभाषा कि भी जानकारी देते हैं |
संगठन क्या है ?
सरल शब्दों में कहु तो किसी एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दो या दो से व्यक्तियों के समूह को संगठन कहते हैं जो
संगठन के लक्ष्य प्राप्ति के लिए काम करता है |
जैसे कि , कॉलेज, पुलिस स्टेशन , न्यायलय , होटल स्कूल , संसद भवन , राजनितिक दल ये सभी संगठनों के उदारहणहै |
आइए कुछ विद्यावान और सामाजिक चिंतको के अनुरूप जान लेते हैं :
मुनी – के अनुसार एक साझा उद्देश्य की जांच के लिए प्रत्येक मानव सभा संगठन का संघ के रूप में ही संगठन है
साइमन- के अनुसार संगठन से हमारा आशय सहकारी प्रयोग की एक सुनियोजित
व्यवस्था से है , जिसमे हर पर्तिभागी कि एक स्वीकृत भूमिका कर्तव्य और जिम्मेदारिय
होती है |
चेस्टर बर्नैड – के अनुसार संगठन दो या अधिक व्यक्ति कि गतिवधियो या शक्तियों के सोचे – क्रम ताल मेल कि एक व्यवस्था है |
वैसे मैं आपको जारी रखता हूं कि संगठन अर्थात संगठन शब्द जीववाद शब्द से निकला है जिसका अर्थ है साझी गतिविधी
में लगे परसपर निर्भर अंगो का एक संगठित निकाय |
आप ये भारी भरकम शब्द सुनकर थोड़ा घबरा गए होंगे चिंता मत जाइए इस लेख में आपको यह समझा ही जाएगा कि वास्तविक संगठन क्या है?
मान लीजिए आपको एक गाना सुनने को मिलता है तो आप सब से पहले क्या करेंगे ?
पहले आप एक फोन को उठाएंगे, गारंटी किसी मोबाइल निर्माता कंपनी ने बनाई होगी, फिर आप उसे किसी जीलेशियम से चुनें
जैसे कि गीक्स या यूटयूब पर जाकर किसी गाने को खोजेंगे जिसे कोई सॉफ्टवेर कंपनी यानी के संगठन ने बनाया होगा, फिर आप उस गाने को किस फिल्म में शामिल करेंगे कंपनी द्वारा तैयार कार्ये गए किसी गायक को सुनेंगे और फिर आनंद लेंगे इन सबके पीछे कोई न कंही एक संगठन है जो काम करता है किसी उद्देश के लिए जिसमें लोगो सांझा रूप से ताल मेल मिलाकर एक उद्देश्य के लिए काम करता है | उम्मीद है कि अब आपको संगठन क्या समझ में आ गया होगा |
उम्मीद करता हूँ आपको यह जानकारी पसंद आएगी ? ऐसी ही वास्तविक जानकारी को जानने के लिए आप वेबसाइट पर दिख रहे हैं