बीजेपी के अच्छे दिन खत्म होने वाला है |
आज अपने इस लेख में हम भाजपा के अच्छे दिन जाने वाले हैं, जानेंगे कैसे?
भारतीय राजनीती में उठापटक चालू हो गया है, जैसा कि 2014 के चुनाव में भारतीय जनता ने देश की सबसे बड़ी राजनितिक पार्टी पार्टी कांग्रेस को सत्ता से निकाल कर बहार फेक दिया था उसका कु शासन और बहूदा बयानों के कारण | जनता कांग्रेस के शासन से इतनी रूखी थी कि वह एक बेहतर विकल्प ढूढ़ रही थी जो की मिला उसे बीजेपी के रूप में और बीजेपी जब से सत्ता पर काबिज होने के सपने देख रहा था | लेकिन कांग्रेस की गहरी गड़बड़ी के कारण उसे सत्ता पाना सिर्फ एक सपना ही लगता था | लेकिन जब जनता के खिलाफ कांग्रेस के बार बार वादा किया, भ्रष्टता, शर्त, बेरोजगारी के कारण परेशान हो गई थी तब उसने दूसरा विकल्प जिम्मेवार समझा और बीजेपी ने खुद को उस विकल्प के रूप में जनता के सामने रखा |
और 2014 के चुनाव में जनता ने लोकतंत्र को कायम रखा और कांग्रेस को सत्ता के लिए सत्ता से बहर निकाल कर भारी बहुमत से बीजेपी को सत्ता में ला बिठाया | जिसके श्रेय भारत के गुजरात के सामने हर किसी न किसी विवाद के तहत जारी किया गया था | लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 30 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, 283 सीट हासिल की थी इस चुनाव में बीजेपी गठबंधन के कुल 336 फायदे अटैचमेंट था | सन 1984
के बाद सन 2014 में पहली बार ऐसा हुआ था कि बीजेपी अपने दम पर चुनाव प्रचार करने वाली पार्टी बन गई थी |
बीजेपी सत्ता में आने से पहली बार जनता से जो सबसे ज्यादा लोग में से कुछ बड़े थे |
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मिनिमम गवर्मेंट , मक्सिमम गवर्नेंस|
वर्त्तमान समय में शासन वस्था की स्थिति किसी से छिपी नहीं है भेदभाव करने वाली राजनीति कर बीजेपी शासन को लेकर हस्सिय पर बनी है | इनमें से किसान विरोधी काले कानून को लेकर सरकार और किसानों के बीच एक लावा आंदोलन दिल्ली में चला अवधि भर रही |
2
भर्ष्टाचार के विरुद्ध जंग
मोदी साहेब ने सरकार बनने के बाद देश में एक रात का नोट बंदी लागू कर दिया जो कि एक ऐतिहासिक फैसला था | इसके चलते लोगों के घर में पड़े पैसे बहुत हो गए जो बीजेपी सरकार की सबसे बड़ी गलती थी | इसके चलते देश की जनता की एक बहुत बड़ी आबादी हड़बड़ाहट से आकाश के किनारे हो गई लेकिन न ही तो काला धन कम हुआ और न देश में भर्ष्टाचार कम हुआ
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काले धन की वापसी
काले धन को लेकर भी कोई ऐसी निति नहीं आई अब तक वाणी लेकर जनता में आज भी रोष बना है |
4 महंगाई से राहत |
जनता ने कांग्रेस काल में भी अटूट से विश्वास किया था जो रसोई गैस रसोई कांग्रेस के समय में 500 रुपये का मिलता था | लेकिन तब आज वही सिलेंडर 1100 रुपयेका हो गया है | और जो पेट्रोल 60 रुपये था वो आज 90 से 100 रुपये के करीब पहुंच गया है | और अपना चर्रम पर और आम लोग लंबे समय से काफी हद तक ट्रस्ट हो चुके हैं |
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इंफ्रास्ट्रक्चर एरिया में जान फुकने का वादा |
भारत के प्रधान मंत्री ने सरकार बनने के बाद 100 स्मार्ट सिटी और गांवों को गोद लेने की बड़ी योजना का ऐलान किया था | लेकिन आज भी समस्या जस की तस बनी है |
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घुसपैठ को रोकने की कोशिस |
आज भी भारतीय सीमा पर पाकिस्तान और चीन समानता संबंधी उत्पाद योजना बना रहे हैं। चौक में 30+ सैनिकों की दहशत होने की घटना आज भी लोगो के सामने एक प्रशन चिन्ह बना है।
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भूमि अधिग्रहण कानून |
किसानों के हित की बात करके उसनके खिलाफ सरकार किसान विरोधी बिल लेकर आए थे, मांग लेकर आए थे, किसानों ने दिल्ली में सालों भर आन्दोलन किया और सरकार को उप चुनाव के कारण तीन काले कानून वापस आ गए।
8
राष्ट्रीय शिक्षा नीति |
जन एक और राष्ट्रीय शिक्षा की बात करती है वही देश में मैं कोरोना महामारी ने भारतीय शिक्षा नीति की पोल खोल कर रख दी है | भारत में जो नई शिक्षा नीति आई है, वह भी काफी चिंतित कर रही है क्योंकि ग्रेजुएशन की अवधि को लेकर काफी कुछ बदलावों को लेकर युवाओं के भविष्य को काफी हद तक प्रभावित कर रही है ।
9
राष्ट्रीय खेल प्रतिभा खोज प्रणाली |
जन राष्ट्रीय प्रतिभा की बात की जा रही थी वंशी आज कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और वर्तमान लाइव लाइव मंत्री ब्रिज्भुशन सरन सिंह के ऊपर यौन शोषण का आरोप महिला खिलाडियों में लगाया गया है और जून 12 , 2023 तक एक दिन से ज्यादा दिल्ली के जंतर मनतर पर आंदोलन करते हो गए हैं | ब्रिजभुशन सरन सिंह की गिरफ्तारी को लेकर अभी तक पुलिस ब्रिजभुशन सरन सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पाई है | आरोप करता है खिलाडी साक्षी मालिक , विनेश फोगाट , बजरंग पुनिया शामिल है | कौन देश को गोल्ड मैडल प्रदान करेगा |
10
जन वितरण प्रणाली में सुधार |
मौजूदा समय में बीजेपी ने डिजिटल लेन देन की तरफ ज्यादा प्रचार किया है | लेकिन उसके पीछे कोरोना महामारी के पीछे एक बड़ी खबर भी थी जिसकी वजह से भारत में ऑनलाइन आवेदनों का चलन बढ़ गया है
बीजेपी के प्रमुख नारे जो हर भारतीय के जुबान पर चढ़ गए |
“अब की बार मोदी सरकार”
“कांग्रेस मुक्त भारत”
“जन जन मोदी
घर घर मोदी”
"सबका साथ सबका विकास"
“अच्छे दिन आने वाले हैं”
कर्नाटक चुनाव 2023।
भारत में चुनाव, कर्नाटक और यूपी नगर निकाय चुनाव के नतीजे 13 मई को आने वाले हैं कर्नाटक में 10 मई को
वोटिंग और 4 मई कोयूपी में नगर निकाय चुनाव गोली मार जिनमे इलाहाबाद का निकाय चुनाव काफी करचा में रहा क्यूंकि उसके कुछ दिन पहले इलाहाबाद के विधायक और सांसद अतीक अहमद को पुलिस हिरासत में मार कर हत्या कर दी गई | सिक्योरिटी यूपी नगर निकायों के चुनाव में जुने की कोशिस की गई | और कर्नाटक चुनाव में भी इस मुद्दे को जुवने की कोशिश की गई | धर्म मुस्लिम का भी बहुत उठाया | लेकिन कर्नाटक में जनता की भाजपा ने मोह भंग कर दिया है और कर्नाटक में एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार दिख रही है और कांग्रेस की सत्ता में फिर से वापसी का आगाज हो रहा है | यह इस लिए भी मायने रखता है कि आने वाले चुनाव में इसका परिणाम काफी हद तक एक गेम चेंजर साबित होगा
आज मई 13,2023 को यूपी नगर निकाय और विधान सभा सभा के नतीजे आने वाले हैं | राजनीति के पंडित अपने अनुभव के अनुसार आने वाले 2024 के चुनाव का हिसाब और भविष्यवाणी इसी चुनाव के नतीजों के बाद जानेंगे | लेकिन अभी तक 224 सीटो से आए चुनाव के परिणाम के अनुसार कांग्रेस कर्नाटक में बहुमत की ओर बढ़ रही है जबकि बीजेपी दूसरे नंबर पर बनी हुई है |
कर्नाटक चुनाव में भी बीजेपी ने धार्मिक कट्टरता की कोशिश की और बजरंग बली बनाम बजरंग दल, मुस्लिम सत्य खत्म करने की बात कर जनता को लाख कोशिश करने की खूब कोशिश की और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का जादूई जादू भी इस बार नहीं चला।
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कर्नाटक चुनाव परिणाम 2023 |
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पार्टी |
सीट |
परिणाम |
कांग्रेस |
136 |
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भाजपा |
66 |
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जनता दल |
19 |
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