इस्लाम में कयामत और निशानियाँ। 2023।
दुनिया में हर इंसान ने कयामत शब्द को जरूर सुना होगा | और दुनिया के सबसे पुराने धर्म इस्लाम में इसका जिक्र बार बार होता है, लोग कयामत के दिन के बारे में जानने की बड़ी ख्वाहिश रखते हैं | आज हम अपने इस आर्टिकल में कयामत के दिन यानी दुनिया के आखिरी दिन के बारे में जानेंगे कि क्या कयामत है और कब आएगी? इस्लाम की पहचान और इस्लाम की धार्मिक किताब के कुरान के 30 वे पारे में इस बात को अल्लाह ने साफ कर दिया कि वह दिन कब आएगा ? क्योंकि हम सब को इस बात को इन्तजार हैं कि दुनिया एक दिन ख़तम हो जाएगी।
कयामत क्या है ? इंसान, हैवान, जिन, फरिश्ते, आसमान और जमीन इनमे जो कुछ है सब फना हो जाएगा, अल्लाह के सिवा कुछ बाकी नहीं रहेगा |
- खसफ यानी तीन जगह इंसान जमीन में धस जायेंगे पूरब में,पश्चिम में,और अरब में।
- इल्मे दीन
- जेहालत की कसरत होगी
- शराब और जंगल की ज्यादती होगी और इससे बहाई के साथ जैसे गढ़ की जोड़ी बनाई जाती है
- औरतों की तादाद ज्यादा होगी और यन्हा तक होगा यह एक ही मरद के सरपरती में पचास औरते होंगी
- माल
- अरब में खेती होगी और बाग और नहरे दिखाई देंगे आपका विकल्प खुल जाएगा और वह सोने का पहाड़ बन जाएगा
- मर्द अपने औरतो के कहने में होगा मां बाप की न सुनेगा दोस्तों से मेल जोल और मां बाप से जुदाई।
- गाने की याद किया होगा |
- अगलों पर लोग अप्रसन्नता जताएंगे और उनका बुरा कहेंगे |
- ब दकार और न अहल सरदार बन जाते हैं |
- जलील जिन को तन का कपडा न मिला था अब वह बड़े बड़े महल पर और होंगे |
- मस्जिद में फसाद करेंगे |
- इस्लाम पर टिके रहना मुश्किल होगा जैसे हाँथ में अंगारा लेना यंहा तक कि आदमी कब्रिस्तान में जाकर तमन्ना करेगा कि कास मै इस कब्र में होता है |
- वक्त में बरकत न होगा यंहा तक की साल मिसल महीने के और महीने मिसल हफ्ता के और हफ्ता मिसल दिन के और दिन ऐसा हो जाएगा जैसे किसी चीज को आग लग गई और जल्द भड़क उठी कर खतम हो गई यानी के बहुत जल्द गुजरेगा |
- दरिंदे जानवर से बात करेंगे, कोड़े की अटके का तस्मा बोलेगा जो कुछ घर में हुआ यादगार ,बल्की आदमी की दौड़कर उसे खबर देंगे |
- सूरज पचीम से निकलेगा इस निशानी के जाहिर होते ही तौबा का दरवाजा बंद हो जाएगा | इस वक़त में इस्लाम लाना कबूल नहीं होगा |
- इन सबके अलावे बड़े दज्जाल के तीस दज्जाल और होंगे जो सब नबी होने का दावा करेंगे |
हालाँकि उस ख़त तक नबूवत ख़तम हो जाएगा | पैगम्बर मोहम्मद साहब के नबी न होंगे और वाही दुनिया के आखिरी नबी और रसूल होंगे इन दजालो में से बहुत से गुजरेंगे | जैसे मुस्लिम कज्जाब, ताहिल रोलिंग खोयादिल असवाद अनसी, मज्जाह, मिर्जा अली मोहम्मद बाब, मिर्जा अली हुसैन बहाउल्लाह, मिर्ज़ा गुलाम अहमद, कादियानी वगैरह और जो बाकी हैं निश्चित रूप से होंगे |
यह सब कयामत के दिन आने की कुछ निशानिया है जो कुरान में बड़ी ही तफसील के साथ रखी गई है |