प्रयागराज महाकुंभ 2025 में चलेंगी मेला 13000 स्पेशल ट्रेन।
भारत के शहर प्रयागराज में होने जा रहा महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से खास है बल्कि यह राजनीतिक दृष्टि से भी उतना ही अधिक महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योंकि यह शहर तीर्थों का राजा तो है ही और साथ ही यह तीन नदियों का संगम भी हैं और यह शहर भारतीय राजनीति में सबसे अधिक प्रधानमंत्री देने वाला शहर भी है।
12 साल बाद होने वाला यह महाकुंभ हिंदू धर्म मान्यता के अनुसार अपनी एक अलग मान्यता और पहचान रखता। जिसमें न केवल देश बल्कि विदेश से भी श्रद्धालु आते है। और गंगा में स्नान कर अपने मन और तन दोनों के पाप धो कर खुद को पवित्र कर लेते है। यह बड़ी मान्यता है इस महाकुंभ की। प्रयागराज के संगम घाट पर जनवरी माह के महीने में लाखों और करोड़ों की संख्या में लोग यहां एकत्रित होकर स्नान और पूजा अनुष्ठान करते है, जिसमें एक बड़ी संख्या साधु और संतों की होती हैं। इस बार के महाकुंभ और भव्य और सुगम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 5700 करोड़ की एक बड़ी धनराशि को खर्च कर। यातायात व्यवस्था को सुधारा और संगम परिसर में श्रद्धालुओं की व्यवस्था की साथ रेल मार्ग, सड़क मार्ग और प्रयागराज एयरपोर्ट की व्यवस्था को भी दुरुस्त और व्यापक करने का काम किया गया है साथ ही शहर के सौंदर्यकरण का भी किया गया। इस बार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। जिसको ध्यान में रखते हुए ओर सभी जरूरी व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा। साथ ही एमरजेंसी मेडिकल सुविधाओं के लिए संगम परिसर के आस पास पड़ने वाले हॉस्पिटल में अतिरिक्त स्वास्थ सुविधाओं को भी बढ़ाया गया।
बात करे रेलवे की तो रेलवे ने भी यात्रियों को संगम ले आने और उनको अपने गंतव्य तक वापस ले जाने के लिए कमर कस ली है और 13000 ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है। प्रयागराज जंक्शन पर भारी संख्या में लोग जमा न हो और लोगो को असुविधा न हो इसके चलते शहर के 8 और स्टेशनों को विकसित किया गया है और उनपर ट्रेनों के साथ साथ यात्री सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है। सूबेदारगंज स्टेशन, झूसी स्टेशन, प्रयागराज संगम स्टेशन, प्रयागराज रामबाग स्टेशन,नैनी स्टेशन, प्रयागराज छिवकी स्टेशन , फाफामऊ स्टेशन।
प्रयागराज से बनारस लाइन का दोहरीकरण सम्पन्न किया गया।
प्रयागराज से पंडित दीन दयाल उपाध्याय तक तीसरी लाइन का काम तेजी से साथ अपने प्रगति कार्य पर है , हालांकि इसे महाकुंभ से पहले पूरा करने लेने का लक्ष्य था। लेकिन अभी यह प्रगति पथ पर है।
महाकुंभ स्नान की प्रमुख तिथियां।
13 जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि 26 फ़रवरी को होगा समापन। 45 दिनों तक चलने वाला यह मेला उत्तर प्रदेश के लिए धार्मिक और पर्यटन दोनों ही दृष्टि से एक खास महत्व रखता है। जिसके चलते राज्य सरकार ने घाटों का सुन्दरी करण करने के साथ रहने से लेकर खाने पीने सभी तरह की सुविधाओं की व्यवस्था की है।
फास्ट रिंग मेमू रेल सेवा चलेगी।
जो प्रयागराज से चलकर अयोध्या, काशी ,बंदा ,मानिकपुर,झांसी,फतेहपुर,गोविंदपुरी,उरई , विंध्याचल , मिर्जापुर, चुनार, डीडीयू,जौनपुर जैसे अहम स्टेशनों को आसानी के साथ जोड़ेंगी । एक जनवरी से भारतीय रेल की समय सारणी बदलने पर आप इन्हें ट्रेनों की समय सारणी आसानी से रेलवे के वेबसाइट पर आसानी से देख सकेंगे।