जाने मुस्तफाबाद विधानसभा के बारे में क्या कहता है? 2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव।
दिल्ली उतरी पूर्वी लोकसभा सीट में आने वाली यह विधानसभा सीट दिल्ली के यमुनापार इलाके की एक अहम विधानसभा है, जिसका गठन 2008 में हुआ था।
यह सीट इसलिए अभी चर्चा का विषय है क्योंकि इस सीट से उवैसी की पार्टी AIMIM ने आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है, जिनपर दिल्ली में हुए दंगे संबंधित मामले में अब भी जेल में है। इस सीट की आबादी की माने तो 2 से ढाई लाख वोटर रहते है। जिसमें करीब एक लाख मुस्लिम आबादी वोटर है।
फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगे के दौरान मुख्य दंगा इसी विधानसभा क्षेत्र के इलाकों शिव विहार, चांद बाग की पुलिया, बृजपुरी, महालक्ष्मी एंक्लेव और अन्य इलाकों में हुआ मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के लोग दिल्ली दंगों में सबसे ज्यादा प्रभावित रहे।
आपका(आम आदमी पार्टी 2025) प्रत्याशी: आदिल अहमद खान
मुस्तफाबाद विधानसभा में आने वाले इलाके।
शिव विहार,कमल विहार, अम्बिका विहार, पांचाल विहार,प्रेम विहार, अमर विहार,हरिजन बस्ती करवाल नगर, महालक्ष्मी विहार,देवी विहार,गोविंद विहार,प्रेम नगर करवाल नगर, रामा गार्डेन,करवाल नगर एक्सटेंशन, चौहान नगर, सूर्या विहार,रोशन विहार, हरिजन बस्ती स्दातपुर गांव, शक्ति विहार, भगत विहार, महालक्ष्मी एनक्लेव,बाबू नगर , दयाल पुर,नेहरू विहार,
दयालपुर एक्सटेंशन नेहरू विहार, राजीव गांधी नगर न्यू मुस्तफाबाद, चंदू नगर, मूंगा नगर, मुस्तफाबाद दिलशाद मस्जिद, पुराना मुस्तफाबाद, मुस्तफाबाद एक्सटेंशन,गुरुनानक नगर, मानसिंह नगर,भागीरथ विहार, जियाउद्दीन पुर, मुस्तफाबाद, बृजपुरी, सादतपुर एक्सटेंशन,
कुल 254 पार्ट।
विधायकों की सूची जाने कब किसने इस विधानसभा पर अपनी जीत दर्ज की?
विधायक
समय
पार्टी
हाजी युनुस
2020
आप
जगदीश प्रधान
2015
भाजपा
हसन अहमद
2013
कांग्रेस
हसन अहमद
2008
कांग्रेस
2020 में आप प्रत्याशी हाजी यूनुस ने 20704 वोटों से जीत की थी दर्ज : 2020 के विधानसभा चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हाजी यूनुस ने 20704 वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन, उनकी जीत का प्रमुख कारण मुस्लिम वोटो का बंटवारा न होना रहा. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे अली मेहंदी मात्र 5300 वोटों पर ही सिमट गए. इससे साफ है कि मुसलमान ने उन्हें बहुत कम ना के बराबर वोट दिया जिससे आम आदमी पार्टी आसानी से जीत गई. जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को 98850 वोट मिले. वहीं, भाजपा के जगदीश प्रधान को 78146 वोट मिले थे.
2015 में भाजपा के जगदीश प्रधान ने 58388 वोटों से जीत की थी दर्ज : 2015 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा के जगदीश प्रधान ने 58388 वोट हासिल करके 6061 वोट से कांग्रेस प्रत्याशी हसन अहमद को पराजित किया था. कांग्रेस के हसन अहमद को 52357 वोट मिले थे और आप के हाजी यूनुस को 49791 वोट मिले थे. इन आंकड़ों से साफ है कि कांग्रेस और आप प्रत्याशी के बीच वर्ष 2015 में मुस्लिम वोटो का लगभग बराबर का बंटवारा होने की वजह से भाजपा को उसका बड़ा फायदा हुआ था और भाजपा मुस्तफाबाद सीट जीतने में सफल हो गई थी. अगर 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मुस्लिम वोटों का बंटवारा हुआ तो भाजपा एक बार फिर इस सीट को जीतने में सफल हो सकती है
2008 में बनी मुस्तफाबाद सीट : मुस्तफाबाद सीट की बात करें तो इस सीट का गठन वर्ष 2008 में हुआ था तब से अब तक हुए चार चुनाव में से तीन चुनाव में मुस्लिम प्रत्याशी विजयी रहे और एक चुनाव में हिंदू प्रत्याशी को जीत मिली.अगर पार्टियों की बात करें तो दो बार कांग्रेस और एक-एक बार भाजपा और आम आदमी पार्टी को इस सीट पर जीत मिली है. कुल मतदाताओं की बात करें तो मुस्तफाबाद विधानसभा में 2020 के आंकड़ों के अनुसार 2,63,348