किडनी फेलियर CKD को एक जान लेवा बीमारी है।
दुनिया में आजकल के समय में हेल्थी और निरोगी रहना एक बेहद ही चुनौती से भरा काम है, अगर आप निरोग जीवन जीना चाहते हैं तो मैं अपना खाता रखूंगा कि आप अपने खान पान का अच्छा ख्याल रखें| इन दिनों दिल का दौरा पड़ रहा है और शुगर ब्लडपेशर हाई टी एक आम बीमारी के रूप में जानी जाने वाली बीमारियाँ हैं, लेकिन इन दिनों एक और बीमारी है जो काफी गंभीर और ला इलाज बीमारी है, जिसे हम किडनी फेलियर के नाम से जानते हैं , पहली ऐसी बीमारी बहुत कम लोगो को होती थी लेकिन इन दिनों यह बीमारी काफी तेजी से लोगो में फैल रही है और लोग इस बीमारी की जानकारी के आभाव में गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं और मौत को प्राप्त हो जाते हैं।
यह बीमारी अवरोधक होने के साथ साथ काफी खतरनाक जीवन बसर करने के लिए उत्तर दाई होती है और इस बीमारी का इलाज बहुत ही खर्चीला होता है इसलिए की आपका परिवार और धन सब अलग हो जाता है, इस बीमारी के इलाज के लिए इसका एक ही इलाज है है और वह है, किडनी ट्रांसप्लांट के बाद भी बहुत कम मामले ऐसे हैं जिनमें जिनमे लोग इसके बाद भी जीवित रह सकते हैं | अगर उन्हें शुगर और बीपी की शिकायत रहती है तो यह बीमारी आपको और आपके परिवार को और आपके धन को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश करती है, वैसे मैं आपको इस विषय से जुड़े कई लेख मिल जाएंगे लेकिन इस बीमारी और इसकी हानि को आपके साथ अपने अनुभव के आधार पर इस लेख के माध्यम से साझा कर रहा हूं
सबसे पहले मैं आपको यह बताता हूं कि आपको किडनी फेलियर या क्रॉनिक किडनी डिजीज ( CKD) क्या है?
हमारे साफ में खुलने के अकार जैसा दिखने वाला गुर्दा होता है जिसे इंग्लिश में किडनी कहती है और इसका काम हमारे साफ में चीजों को झनाना या समझ में आता है आप इसे ऐसे समझ सकते हैं जैसे कि आप अपने आटे चालने वाली चलनी से अटैचमेंट में शामिल होते हैं चोकर अलग करता है वैसे ही यह हमारे शरीर में खून में संबद्ध कचड़े को छांटकर अलग कर देता है और गन्दे जन्म को मल मूत्र के रास्ते से बाहर कर देता है अगर यह ऐसा न करे तो शरीर में जमावड़े बीमार घर कर लेते हैं।
कौन रोगी है दुनिया में इस बीमारी के?
मैंने दैनिक जागरण
के एक लेख में पढ़ा था की दुनिया भर में इस बीमारी से ग्रसित लोगो की संख्या लगभग 90 करोड़ से अधिक हो गई है| एक मोटे अनुमान के हिसाब से दस में से एक इन्सान इस
बीमारी से ग्रसित होने की सम्भावना होती है भारत में, 2015 हिंदुस्तान के एक लेख के अनुसार डेढ़ लोग इस बीमारी के शिकार होते है हर साल |
और 70% लोग सही तरीके से इस बीमारी का इलाज नहीं करवा पाते
क्यूंकि इस बीमारी इलाज बहुत ही खर्चीला होता है जिसके चलते उन्हें म्रित्यु के
मुह में जाना पड़ता है अपने जीवन के कई साल तकलीफ में जीने के बाद|
इस बीमारी के पांच
चरण होते है और इसके पांचवे चरण में रोगी के पास डायलेसिस या किडनी ट्रांसप्लांट
का उपाय ही शेष बचता है| और धीरे धीरे वह शारीरिक रूप से कमजोरी का शिकार होने के
चलते और भी कई अन्य बीमारियों का शिकार हो जाता है जिसके चलते मृत्यु होना तय हो जाता है|
इसके लक्षण(kidney failure symptoms)
शरीर के किसी हिस्से में अधिक समय तक सुजन आना
,साँस फूलना कमजोरी महसूस होना,बार बार बुखार आना ,खून की कमी से शरीर में पिलापन
आना,बार बार पेशाब आना,उलटी होना जी मचलना , कुछ खाने के बाद हजम न होना,शरीर में
खुजली होना , हाँथ पैर में दर्द रहना और खिचाव महसूस होना, यह सभी लक्षण यह संकेत
देते है कि आपकी किडनी सही से काम नहीं कर रही और ऐसे में हम इसे सामान्य बीमारी
के लक्षण समझकर ध्यान नहीं देते और बिना किसी जाँच के बुखार और दर्द की दावा
मेडिकल शॉप से खरीद कर खा लेते है जो की बीमारी को और गंभीर स्तिथी में ले जाने का
काम करती है|
अगर ऐसे लक्षण आपको
दिखे तो आप क्या करे?
अगर ऊपर बताये गए
लक्षण आपको दिखते है आपके शारीर में तो आप अपने डॉक्टर के पास जाए खून और यूरिन की
जाँच करवाए और उसके बाद अल्ट्रासाउंड करवाये तुरंत नहीं तो आपको उसके बाद वाली
स्तिथि के लिए काफी तकलीफ के साथ जिंदगी गुजरनी पड़ेगी और आपका परिवार और धन दोनों
आपकी सहायत करने में असमर्थ हो जायेंगे और आपका परिवार मानसिक तनाव का शिकार हो
जायेगा जिसके चलते आपका पूरा घर बिखर जायेंगा|
क्या है इसका सही
इलाज?
(Kidney dialysis and stages )
इसके पांचवे स्टेज
में पहुंचते पहुंचते आपका घर आर्थिक हानि का शिकार हो चुका होगा और इसका एक ही
इलाज है वह है किडनी ट्रांसप्लांट डालेसिस इस बीमारी का सबसे अधिक और खर्चीला इलाज
होता है जिसके चलते आपको हर दूसरे तीसरे दिन हॉस्पिटल में घंटो बिताने होंते है,
मै आपको दिल्ली के
कुछ हॉस्पिटल के नाम बतात हु जो इसके इलाज और डालेसिस की सुविधा से परिपूर्ण है|
1 दिल्ली एम्स हॉस्पिटल
2 दिल्ली सफदरजंग हॉस्पिटल
3 दिल्ली राम मनोहर लोहिया
4 दिल्ली गंगा राम हॉस्पिटल
5 दिल्ली डॉ आंबेडकर हॉस्पिटल
6 दिल्ली BLK हॉस्पिटल
7 दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल
8 दिल्ली जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल (रोहिणी)
9 दिल्ली महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल(पंजाबी बाग)
10 दिल्ली ब्रहम शक्ति हॉस्पिटल(बुध विहार)
11 दिल्ली पार्क हॉस्पिटल (ख्यला)
इनमे कुछ प्राइवेट
और कुछ सरकारी हॉस्पिटल है जिनमे डालेसिस की सुविधा उपलब्ध है सरकारी हॉस्पिटल में
अधिक लोड होने’ के कारण आपको यंहा डालेसिस में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है| इस लिए दिल्ली सरकार की एक योजना है जिसके तहत आप किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल
में डालेसिस करवा सकते है अगर आपकी आय गरीबी रेखा के नीचे या उस कैटेगरी में आती
है तो सरकारी हॉस्पिटल के डॉ आपको उस योजना के लाभ के बारे में बता सकते है और
सहायता भी कर सकते है | जिसके जरिये आप किसी सेमी प्राइवेट हॉस्पिटल में नाम मात्र
शुल्क देकर डालेसिस करा सकते है| दिल्ली सरकार की उस योजना का नाम है| “दिल्ली आरोग्य कोष” इस योजना के तहत आप डालेसिस निशुल्क या नामात्र
शुल्क पर करा सकते है|
भारत सरकार से यह अनुरोध है कि वह बिना किसी गलती के निवेश की योजना की शुरुआत करें, जिससे इस बीमारी से पीड़ित परिवार को कम से कम आर्थिक नुकसान होने का जोखिम उठाना पड़े, यह एक ही बहुत अधिक खर्च वाली बीमारी है जिसके कारण पूरा परिवार मानसिक तनाव का शिकार होता है|