शादी कपडे और उलझन|Marriage clothes and stuck
हम रोजमरवा की अपनी
ज़िन्दगी में किसी न किसी सवाल का हल ठूंठ रहे होते है, क्यूंकि के हमारे ज़िन्दगी
में रोज कोई न कोई सवाल खड़ा हो जाता है, जो अपना उत्तर तलास्ता है? चाहे हम कितने
ही जानकार क्यूँ न हो? लेकिन हम इन प्रशनो के उत्तर तलासने में किसी न किसी वजह से
या तो फस जाते है या फिर उलझ जाते है | कि क्या करे ? कैसे करे ? और कब करे? किससे
उत्तर की जानकारी ले ? कौन हमारा मार्ग दर्शन करेगा? हम कैसे इन सवालो से पार पा
सकेंगे| जैसे अभी फरवरी का महिना चल रहा है, हलकी शर्दी और दोपहर में हलकी गर्मी
होती है, और साथ ही शादियों का सीजन भी चल रहा है|
ऐसे में हमारे मन में ढेरो सवाल पैदा होना शुरू हो जाते है.........
ऐसे हमें यह इस
समस्या से जरुर जूझते है, कि यार शादी में क्या पहेंगे? फरवरी का महिना है और दिए है? अब
ऐसा क्या पहने ? कि जाते ही दोस्त, रिश्तेदार, ये कह कर न छेड़े कि यार ये तो वही कपड़ा
है न जो मुन्ना की शादी में पहने थे यार कुछ और क्यूँ नहीं ? अब सामने वाले को कौन
समझाए कि इसी को खरीदने के लिए कितने पापड़ बेले थे कितनी जिददो जहद की दिल्ली के
कितने बाजार और शोपिंग माँल घूमे थे और इस महगाई के ज़माने में कितने का पेट्रोल
खर्च करके के कितने दुकानदार के यह समझाने के बाद यह ख़रीदा था| खरीदने के कुछ लहमे
बाद ही मन को यह ख्याल भी आया था कि मै इसमें अच्छा तो लगूंगा न ? हालाँकि मैंने
कई बार इन कपड़ो को खरीदने से पहले पेहन कर चेक भी किया| दुकानदर को पैसे देने के
ठीक ही कुछ सेकंड बाद मन में फिर यह सवाल उठा यार ये ठीक तो लगेगा न ?अब ऐसे में
सामाजिक दबाव के साथ अच्छा खुद का मानसिक दबाव भी खुद के साथ खिलवाड़ करने लगता है
हाँ ये पहनोगे तो लोग क्या कहेंगे और यार दोस्त क्या कहेंगे बार बार एक ही ड्रेस
पेहनकर कैसा मन में ऐसे सवाल बार बार आते ही है और नया खरीदने को जेब इजाजत नहीं
देती|
तो ऐसे में क्या करे?
ऐसे में आप अपने आस पास की लोकल मार्किट में जाए
वंहा से पैन्ट और शर्ट या फिर टी-शर्ट ख़रीदे अपने जेब के अनुसार और हाँ सबसे पहले
एक ब्लेजर या फिर सदरी टाइप का कुछ उपरी हिस्सा ख़रीदे जो आपके लुक को थोडा किलर और
रेस्पोंसिवे बना दे पर कोई कपड़ा खरीदते समय पहले आप इन्टरनेट पर मौसम के हिसाब से
चल रहे फैसन को जरुर चेक कर ले और माइंड सेट करले उसके बाद आपको कपडे खरीदने में
थोड़ी आसानी होगी और आपके बजट में अपने आस पास के मॉल और लोकल शोपिंग कोम्प्लेस से
ही खरीदारी करे जिससे आपको ज्यादा घूमने और थकने की जरुरत न पड़े और आप बहुत अधिक
चूजी है तो फिर गाड़ी उठाये और बाजार और कपड़ो की तलास में निकल पड़े दिल्ली में ढेरो
शोपिंग माल और लोकल बाजार की भरमार है अगर पालिका बाजार ,चादनीचौक,सरोजनी
नगर,नेताजी सुभास पैलेस,राजोरी गार्देर्न,पचिम विहार ज्वालाहेडी,नागलोई मार्किट,टैंक
रोड, सरोजनी नगर , मोनेस्ट्री मार्किट ISBT बस अड्डा,मगोल पुरी
कतरन मार्किट,मीना बाजार,सदरबाजार,गाँधीनगर कपडे की मार्किट,खयाला कपड़ा मार्किट,
राजोरी मार्किट, साउथ एक्सटेंशन बाजार,रोहिणी सेक्टर 7-8 मार्किट आपके पास आपके रिहायसी के हिसाब से ढेरो लोकल मार्किट और बड़े बाजार है
और शोपिंग माल है लेकिन आपको पहले खुद के दिमाग को स्थिर करना है और सेलेक्ट करना
है और फिर खरीदारी करे|
आशा
करता हु आपके कुछ सवालो के जवाब इस लेख ने जरुर दिए होंगे| ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के
लिए हमारे fm Delhi पर बने रहे है यह लेख मेरे अनुभव के आधार का
हिस्सा है मैंने भी इस तरह के समस्याओ में उलझ ही जाता हु जाता और आप भी इन सवालो
और स्तिथियों से जरुर दो चार हो रहे होंगे इन दिनों| कोशिश करे फ्री स्टाइल कपडे
खरीदने की जो कभी भी किसी भी अवसर पर पहने के काम आ सके |