नई रीवा-प्रयागराज रेलवे लाइन की गई मांग।
रीवा से प्रयागराज के बीच नई रेलवे लाइन शुरू करने के लिए सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने प्रयागराज के मेजा विधानसभा से मांडा रोड होते हुए कोरांव तक छोटी दूरी तय करने वाली नई रेल लाइन की मांग की है। जिससे प्रयागराज की एकमात्र ऐसी विधानसभा कोरांव जो भारतीय रेल से अब तक अछूता है उसको भारतीय रेल मार्ग से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हो सकता इस नई रेल लाइन के मिल जाने से।
शीर्षक: सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने रीवा को प्रयागराज से जोड़ने वाली नई रेलवे लाइन की मांग और रेलवे बोर्ड के पास भेजा प्रस्ताव।
भारत में परिवहन बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, रीवा को प्रयागराज से जोड़ने वाली एक नई रेलवे लाइन की मांग की गई है। सांसद रीता बहुगुणा जोशी द्वारा शुरू की गई इस परियोजना का उद्देश्य कनेक्टिविटी में सुधार करना और इन दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच लोगों और सामानों की कुशल आवाजाही को सुविधाजनक बनाना है। नई रेलवे लाइन के साथ, क्षेत्र के यात्री और व्यवसाय बढ़ी हुई पहुंच और आर्थिक विकास की आशा कर सकते हैं। ऐसा नही है कि प्रयागराज रीवा से रेलवे लाइन से नही जुड़ा बल्कि नई दिल्ली से रीवा चलने वाली दैनिक रीवा सुपर फास्ट एक्सप्रेस एक मात्र ट्रेन है जो प्रयागराज को सीधा रीवा से जोड़ती है । लेकिन उसकी दूरी 227 किलो की है जो अधिक समय लेती है।
कनेक्टिविटी बढ़ाना:
प्रयागराज के मेजा विधानसभा से मांडा रोड होते हुए कोराव तक शुरू होने वाली नई रेलवे लाइन इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार का बड़ा वादा करती है। यह रीवा और प्रयागराज के बीच सीधा रेल संपर्क प्रदान करेगा और साथ ही यह मिर्जापुर से रीवा लाइन की मांग की पूरा करेगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी। जिन यात्रियों को सीधा मिर्जापुर या मुगलसराय जाने में काफी सहूलियत होगी और दूरी भी कम होगी और समय की बचत होगी वन्ही दूसरी ओर प्रयागराज और मिर्जापुर के कुछ जो रेलवे कनेक्टिविटी से अछूते है उन्हे भी भारतीय रेलवे से जुड़ने का सीधा सौभाग्य प्राप्त होगा । लंबे समय से मिर्जापुर और रीवा के लिए भी रेल लाइन की मांग की जा रही है जिसके चलते मिर्जापुर से रीवा को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का सर्वे भी किया जा चुका है लेकिन अभी तक उस रेलवे लाइन का कोई अता पता नहीं है। अगर यह लाइन पास हो जाती है तो प्रयागराज और मिर्जापुर और रीवा तीनों के लिए एक बेहतर परिणाम होगी । प्रमुख स्थानों को जोड़ने के लिए इस मार्ग की रणनीतिक योजना बनाई गई है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को इस विकास से लाभ हो। मांडा रोड स्टेशन जो भारत के पूर्व प्रधान मंत्री रहे वीपी सिंह का पुस्तैनी गांव है । जो मिर्जापुर और प्रयागराज जिले दोनो के बीच लगभग समान दूरी पर स्थित है । उचित स्थान है इस रेलमार्ग के शुरुआत करने की जो की दिल्ली हावड़ा मैन रेल लाइन पर स्तिथ है और मध्य प्रदेश के नजदीकी वाला क्षेत्र भी है।
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बेहतर परिवहन अवसंरचना:
इस रेलवे लाइन के मिलने से मिर्जापुर प्रयागराज और रीवा तीनों के शहर वासियों के लिए खुशी की बात होगी। यह रेल लाइन देश भर में परिवहन बुनियादी ढांचे को उन्नत करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रेल नेटवर्क के विस्तार से लोगों के पास यात्रा के लिए अधिक विकल्प होंगे, जिससे पर्यटन, व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा। बेहतर परिवहन बुनियादी ढांचा क्षेत्र के समग्र विकास, निवेश आकर्षित करने और रोजगार के अवसर पैदा करने में भी योगदान देगा।
आर्थिक वृद्धि और विकास को मिलेगा बढ़ेगा, प्रयागराज और रीवा के साथ मिर्जापुर और भदोही जिले को भी होगा फायदा।
नई रेलवे लाइन आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए उत्प्रेरक का काम करेगी। इससे माल की आवाजाही में सुविधा होगी, जिससे व्यवसायों के लिए अपने उत्पादों को बाजारों तक कुशलतापूर्वक पहुंचाना आसान हो जाएगा। इससे न केवल स्थानीय उद्योगों को लाभ होगा बल्कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान मिलेगा। बढ़ी हुई कनेक्टिविटी मार्ग पर औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करेगी, जिससे नए व्यवसायों, कारखानों और लॉजिस्टिक हब की स्थापना होगी।
बेहतर यात्री अनुभव:
इस रेलवे लाइन के मिल जाने से यात्रियों को काफी फायदा होगा. रीवा और प्रयागराज के साथ साथ मिर्जापुर के यात्रियों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। प्रयागराज और रीवा के बीच यात्रा करने वाले यात्री अब कम यात्रा समय, ट्रेनों की बढ़ी हुई आवृत्ति और बेहतर आराम की उम्मीद कर सकते हैं। सीधे रेल संपर्क की उपलब्धता से सड़क परिवहन पर निर्भरता कम हो जाएगी और यात्रा का अधिक विश्वसनीय और कुशल तरीका उपलब्ध होगा। यह विकास विशेष रूप से छात्रों, पेशेवरों और पर्यटकों के लिए फायदेमंद होगा जो अक्सर इन दोनों शहरों के बीच यात्रा करते हैं।
पर्यावरणीय प्रभाव:
नई रेलवे लाइन के शुरू होने से पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सड़क परिवहन की तुलना में रेल परिवहन अपने कम कार्बन फुटप्रिंट के लिए जाना जाता है। अधिक लोगों के ट्रेनों का विकल्प चुनने से वाहनों के यातायात में कमी आएगी, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा और सड़कों पर भीड़ कम होगी। परिवहन का यह टिकाऊ तरीका कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों के अनुरूप है।
निष्कर्ष:
सांसद रीता बहुगुणा जोशी द्वारा की गई इस मांग से न केवल रीवा और प्रयागराज के बीच नई रेलवे लाइन की कनेक्टिविटी बढ़ाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।बल्कि यह परियोजना मिर्जापुर प्रयागराज और रीवा के साथ भदोही जिले के लिए एक वरदान साबित होगा। यह परियोजनाबन केवल परिवहन बुनियादी ढांचे में सुधार करेगी बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगी। जैसे ही नई रेलवे लाइन चालू हो जाएगी, इससे यात्रियों, व्यवसायों और पर्यावरण को लाभ होने की उम्मीद है। यह पहल देश की प्रगति के लिए एक अच्छी तरह से जुड़े और टिकाऊ परिवहन नेटवर्क बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।