धान के फसल के मामले कुछ किसान रहे खुशनसीब तो कुछ रहे बदनसीब।
उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में धान की फसल लहलहा रही तो कुछ इलाकों में पानी न मिलने और इस बार अनुमानत: से कम बारिश के चलते धान के पौध खेतो में खड़े खड़े सुख गई, लेकिन कुछ किसान पानी के मामले में खुशनसीब भी रहे जिनके आस पास नहर जैसे सिचाई के साधन उपलब्ध रहे । उन किसानों के खेतो में धान की फसल अच्छी लहलहा रही है। और अब माह अक्टूबर के अंत समय तक इन फसलों को कटाई का समय शुरू हो जाएगा। लेकिन धान के फसल के मामले में सभी किसान इतना खुशनसीब नही रहे है।
यह जो आप चित्र देख रहे है यह इलाहाबाद के पूर्वी हिस्सों में लगी की धान की फसल की है साथ ही यन्हा के किसानों ने बाजरे और अरहर के दाल की भी खेती की थी लेकिन यह बाजरे और जोनधरी के फसल में इतने लकी साबित नही हुए। और उनकी मेहनत और पूंजी दोनो को बाजरे की फसल ने निराश किया है।
चावल की खेती |
बाजरे की फसल। |
धान की फसल। |
इस बार भी किसान आवारा पशुओं के चलते काफी परेशान रहे।
भारतीय किसानों के लिए आवारा पशु भारी मात्रा में परेशानी का सबब बने हुए, जन्हा एक तरफ कम बारिश के चलते सुखा और फसल सही न होने की समस्या से जूझ रहे है , वन्ही कुछ सालो से किसानों के लिए आवारा पशु और मवेशी भी उनकी फसलों को खाकर उन्हें नष्ट कर उनकी परेशानी को और बढ़ा रहे है। ऐसे में किसान अपने अपने स्तर से आवारा पशुओं से अपनी फसल को बचाने का प्रयास तो कर रहे है । लेकिन उसका कोई स्थाई समाधान नहीं निकाल पा रहे है, जिसका असर भारतीय राजनीति पर भी जरूर पड़ेगा , क्योंकि किसान प्रशासन से भी इसके लिए मदद की गुहार कई बार लगा चुके है ,लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नही मिली है, जिसके चलते किसानों के मन में वर्तमान सरकार के प्रति निरस्ता जाग रही है।
आइए धान के फसल के बारे में कुछ सामान्य जानकारी भी लेते चले।
धान: भारत की मुख्य फसल
भूमिगत पर्यावरण, जलवायु, और कृषि तकनीक के साथ-साथ भारत दुनिया के अग्रणी धान उत्पादकों में से एक है। धान भारतीय कृषि और आर्थिक दृष्टि के साथ ही सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। यह भारतीय भोजन की मुख्य आधार है और इसके बिना कोई भी उपयोगी भोजन संभव नहीं होता है।
भारतीय धान की नसलें:
भारत में कई प्रकार की धान की नसलें पाई जाती हैं। प्रमुख नसलों में सेल्फ-उपजाऊ (अउर्यज) और हाइब्रिड धान शामिल हैं। अउर्यज धान की प्रमुख नसलें जैसे कि IR-8, IR-36, IR-64, Samba Mahsuri और Sonamasuri हैं, जबकि हाइब्रिड धान की प्रमुख नसलें Pusa Basmati, Pusa-1121, और शरबती हैं।
धान की उत्पादन:
भारत दुनिया का सबसे बड़ा धान उत्पादक देश है और वर्ष 2021 में इसने लगभग 162 मिलियन मीट्रिक टन धान उत्पादित किया। इसके बाद चीन, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, थाईलैंड, और वियतनाम आते हैं।
दुनिया भर के धान उत्पादक देश:
चीन: चीन दुनिया का सबसे बड़ा धान उत्पादक देश है।
इंडोनेशिया: इंडोनेशिया धान की महत्वपूर्ण उत्पादकों में से एक है।
बांग्लादेश: बांग्लादेश एक अन्य महत्वपूर्ण धान उत्पादक देश है।
थाईलैंड: थाईलैंड धान की एक महत्वपूर्ण निर्यातक है।
वियतनाम: वियतनाम भी धान उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है।
पाकिस्तान: पाकिस्तान भी अच्छे मात्रा में धान उत्पादित करता है।
फिलीपींस: फिलीपींस भी धान की महत्वपूर्ण उत्पादकों में से एक है।
इरान: इरान भी अच्छे मात्रा में धान उत्पादित करता है।
इन देशों के साथ-साथ, धान दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण फसल है और गरीबी की जंजीरों को तोड़ने में मदद करता है। धान की विविधता, उत्पादन प्रक्रिया, और इसका सामाजिक और आर्थिक महत्व इसे एक महत्वपूर्ण फसल बनाते हैं, जो भारतीय और दुनिया की कृषि विशेषज्ञों के ध्यान में है।