Uttar Pradesh Best Destination varansi and sarnath 2024.
क्या आप जानते है उत्तर प्रदेश का वाराणसी शहर क्यों है बेस्ट डेस्टिनेशन है?
बनारस उत्तर प्रदेश के पूर्व में गंगा नदी के तट पर बसा सबसे प्राचीन शहरो में से एक है। बनारस जिसे लोग हिंदू धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है । यह शहर भगवान शंकर की नगरी के रूप विख्यात है। और इसे मोक्ष स्थान के रूप में भी मान्यता प्राप्त है हिंदू धार्मिक ग्रंथों और जानकारों के हिसाब से।
हमने अपने पहले लेख में आपको उत्तर प्रदेश के बेस्ट डेस्टिनेशन के बारे में बताया था । उनमें से ही एक है बनारस। आज हमने इस लेख में बनारस और इस शहर की गहरी मान्यताओं को जानेंगे और साथ यह भी जानेंगे की यन्हा क्या है खास घूमने लायक और पेट तृप्ति के लिए?
"यूपी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा।"
उत्तर प्रदेश बेस्ट डेस्टिनेशन सूची।
1आगरा
2 मथुरा
3 लखनऊ
4 वाराणसी
5 अयोध्या
6 कुशीनगर
7 शरवस्ती
8 कपिलवस्तु
9 प्रयागराज
10 झांसी
11मीरूत
12 बरैली
पहले हम बनारस को थोड़ा जान ले?
जैसा की मैने ऊपर बताया की राजधानी दिल्ली से करीब साढ़े 700 से 800 किलो मीटर दूर गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर दुनिया के प्राचीनतम शहरो में से एक है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बनारस की दूरी लगभग 312 किलोमीटर है। इसे काशी ,बनारस या फिर वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म का यह महत्त्वपूर्ण धर्म स्थल तो है ,ही यह उसके साथ साथ यह बौद्ध और जैन धर्म का भी महत्त्वपूर्ण धर्म स्थल है। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार यह मुक्ति मार्ग स्थल है।
लेकिन इसके साथ ही आपको यह जानकर और भी आश्चर्य होगा कि भारत की शास्त्रीय संगीत का जन्म यन्ही हुआ । और वह बनारस की गोद में फली और फूली । ये शहर सहस्त्र वर्षो से भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक का केंद्र होने के साथ साथ ही यह शिक्षा का भी केंद्र रहा है खासकर उत्तर भारत का । हिंदू बनरास यूनिवर्सिटी यन्ही है। जो भारत की टॉप टेन यूनिवर्सिटी में शामिल है।
इसके अलावा इस माटी से कई महान हस्तियों कवि, लेखक, संगीतज्ञ का नाता रहा है, कबीर , वल्लभचार्या ,रविदास , स्वामी रामानंद,मुंशी प्रेमचंद,जय शंकर प्रसाद, आचार्य राम प्रसाद शुक्ल,पंडित रवि शंकर, शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि। साथ ही आपको यह जानकर भी ज्यादा आश्चर्य होगा कि हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस को गोस्वामी तुलसी दास ने बनारस के घाटों पर ही बैठ कर लिखा था। और महात्मा गौतम बुध में अपना पहला वचन यहीं सारनाथ में दिया था ।
अगर आप लेखक है, इतिहासकार है, दार्शनिक है,या फिर भारत को जानने और समझने के जिज्ञासु है तो आप बनारस का रुख करें। आपने मुंशी प्रेमचंद के लेखों में बनारस के बारे जरूर कुछ न कुछ पढ़ा व सुना होगा । यन्हा के घाट काफी प्रसिद्ध है आपने उन्हें कई बॉलीवुड फिल्मों में जरूर देखा होगा? यन्हा देश विदेश सैलानियों का ताता लगा रहता है।
आइए जाने क्या है बनारस में देखने लायक स्थल।
- रिवर फ्रंट घाट
- अस्सी घाट
- दशवमेध घाट
- मणि कार्णिका घाट
- हरीश चंद्र घाट
- काशी विश्वनाथ टेंपल
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- भारत कला भवन
- जंतर मंतर
- रामनगर किला
- दुर्गा टेंपल
- संकट मोचन टेंपल
- तुलसी मानस टेंपल
- शीतला माता टेंपल
- चौसठ योगिनी टेंपल
- भारत माता टेंपल
- ट्रेड फेसिलिएशन सेंटर एंड क्राफ्ट म्यूजियम
- रुद्राक्ष
- रामेश्वरम टेंपल
- अन्नपूर्णा टेंपल
- गुरुद्वारा गुरु बाग
- सैंट पॉल एंड सैंट मैरी चर्च
- न्यू विश्वनाथ टेंपल
सारनाथ।
- धामेक स्तूपा
- चौखंडी स्तूपा
- साउंड एंड लाइट प्रोग्राम
- मूलगंधा कुटी विहार
- सारनाथ म्यूजियम
- द गार्डन ऑफ spritual विस्डम
बौधिष्ट टेंपल सारनाथ
- महाबोधी सोसायटी भारत श्री लंका।
- तिब्बतन टेंपल
- थाई टेंपल
- जैपनिस्ज टेंपल
- इंडो श्रीलंकन टेंपल
- चाइनीज टेंपल
- नियंगना टेंपल
- वाजरा विद्या संस्थान
- म्यामार टेंपल
- वियतनाम टेंपल
- कंबोडियन टेंपल
- शाख्यता बौधिष्ठ टेंपल
- कोरियन टेंपल
- विपासना
आदि।
बनारस से सारनाथ की दूरी कितनी है? और यन्हा कैसे आ सकते है?
बनारस से सारनाथ की दूरी लग भाग 10 से साढ़े 10 किलो मीटर की दूरी पर है आप लोकल ट्रांसपोर्ट की साहायता से आसानी से पहुंच सकते है।
बनारस आने का अच्छा समय क्या है?
बनारस आने का अच्छा समय तो अक्टूबर ,फरवरी और मार्च है क्योंकि भारत में ये महीने न ज्यादा सर्दी का न ज्यादा गर्मी के ये हल्का गुलाबी मौसम होता है। और भारत में घूमने का सबसे बेहतर मौसम यही है।
क्या बनारस हवाई जहाज से आ सकते है ?
हां बनारस आप हवाई मार्ग से आसानी से आ सकते है क्योंकि यन्हा पर अंतराष्टीय एयरपोट है जिसका नाम लाल बहादुर शास्त्री अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया है जो भारत के दूसरे प्रधान मंत्री रहे है। यह बनारस शहर से करीब 16 किलोमीटर दूर बाबत पुर इलाके में है।आपको यन्हा से दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, लखनऊ, बैंगोलर,हैदराबाद, भूमनेश्वर,गोवा, चेन्नई, और काठमांडू तक की फ्लाइट्स पकड़ सकते है, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर, विस्तारा, बौद्ध एयर, indigo जैसी एयरलाइनस अपनी सेवाए देती है।
क्या दिल्ली से बनारस रेल मार्ग से आ सकते है?
हां आप दिल्ली से बनारस आ सकते है जो की दिल्ली से करीब 750 से 800 किलो मीटर की दूरी पर पड़ता है। आपको यह दूरी तय करने में कम से कम 9 से 10 घंटे लग सकते है लेकिन भारतीय रेलवे की कुछ प्रमुख ट्रेनें है जो इस दूरी को कम समय में तय कर लेती है।
वंदे भारत वाराणसी एक्सप्रेस यह ट्रेन केवल 8 घंटे में यह दूरी तय कर लेती है। जो की भारतीय रेलवे की सेमी high-speed ट्रेन है।
शिव गंगा एक्सप्रेस यह ट्रेन 10 घंटे 5 मिनट का समय लेती है। जो की एक सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों की श्रेणी में है। बाकी की ट्रेन 10 से 12 घंटे में इस दूरी को तय करती है।
आप भारत देश के किसी भी बड़े शहर से बनारस के लिए ट्रेन पकड़ सकते है यह रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
बनारस में खाने के लिए क्या है खास?
बनारस के लोगो का खान पान को लेकर अपना अलग ही अंदाज है, यन्हा आपको जलेबी, समोसा, लौंग लता, रबड़ी मलाई, भांग और पान , पूड़ी, खस्ता,कचौड़ी, गुछिया, पेड़ा, आप मुगलई और साउथ इंडियन खाने के साथ साथ चाइनीज फूड का भी आनंद उठा सकते है।
बनारस में रहने के लिए क्या धर्मशाला या गेस्ट हाउस या होटल है?
हां आपको यन्हा सभी तरह के गेस्ट हाउस और होटल मिल जायेंगे. आप ऑनलाइन जाकर Oyo, booking adda, जैसी वेवसाईट पर जाकर ऑनलाइन होटल बुक कर सकते है। या आप सीधा बनारस पहुंच कर भी बड़े ही आसानी से धर्मशाला और गेस्ट हाउस को बुक कर सकते है।