chunar me ghumne ki jagah। चुनार में क्या है घूमने की जगह? आज का चुनार जानें?
भारत विविधताओं का देश है, भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है उत्तर प्रदेश और इस प्रदेश में
प्राक्तिक और धार्मिक धरोहरों को सहेजे एक जिला है मिर्जापुर। मिर्जापुर गंगा नदी के किनारे बसा भारत के प्राचीनतम शहरो में से एक है। इस शहर को लोग इसके कालीन के व्यापार के लिए जानते है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बसा यह जिला विंध्य पर्वत श्रृंखला ओ को अपनी गोद में समेटे हुए कई ऐतिहासिक धरोहर स्थल को अपने गोद में समेटे हुए आज भी उन्हें जीवंत रखे हुए है ।
चुनार जंक्शन चौराहा प्लेटफार्म 1 साइड। |
प्राक्तिक और धार्मिक धरोहरों को सहेजे एक जिला है मिर्जापुर। मिर्जापुर गंगा नदी के किनारे बसा भारत के प्राचीनतम शहरो में से एक है। इस शहर को लोग इसके कालीन के व्यापार के लिए जानते है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बसा यह जिला विंध्य पर्वत श्रृंखला ओ को अपनी गोद में समेटे हुए कई ऐतिहासिक धरोहर स्थल को अपने गोद में समेटे हुए आज भी उन्हें जीवंत रखे हुए है ।
यह जिला न केवल भारतीयों को अपनी ओर आकर्षित करता है बल्कि उनको प्राकृतिक,धार्मिक और ऐतिहासिक चीजों से भी अवगत करवाता है। इसी जिले का एक नगर है जिसे चुनार के नाम से जाना जाता है जो मिर्जापुर जिले से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। और बनारस से इसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर के करीब है।
चुनार क्यों है खास है और क्या है यन्हा घूमने के लायक चीजे?
चुनार मिर्जापुर जिले का एक नगर है। और यह शहर अपने गोद में कई धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर को अपने गोद में संजोए आज भी भारत के प्राचीन इतिहास की कहानी कहता है। चुनार अपने मिट्टी के खिलौने के कारोबार के लिए न केवल अपने आस पास के जिले में बल्कि देश भर में जाना जाता है। यन्हा हाथों के बने खिलौनों और चीनी मिट्टी के घरेलू इस्तमाल में होने वाले गमले,कप पलेट, चीनी मिट्टी के बर्तन इस शहर की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए बेहद ही कारगर रहा है।
बहुत कम आबादी वाला यह शहर काफी शांत और साफ सुथरा लगा जन्हा आज के आधुनिक वाहन की संख्या कम होना शायद इसके शांति की वजह हो।
प्राकृतिक रूप से यन्हा कई झरने और पानी के कुंड है जो आपका ध्यान प्राकृतिक सौंदर्य की ओर आकर्षित करता है और आपको प्राकृतिक के मनोहर दृश्य से प्रसन्नचित कर देगा।
चुनार किला।
दुर्गा कोह मंदिर।
चुनार दरगाह।
राजा विक्रम आदित्य के भाई की समाधी।
चुनार दरगाह शरीफ यहां से करीब कुछ सौ मीटर दूरी पर। |
इस तिराहे से कुछ सौ मीटर की दूरी पर पड़ता है बाबा कासिम सुलैमानी शरीफ की दरगाह।
चुनार दरगाह शरीफ 2024. |
चुनार जंक्शन रेलवे स्टेशन 2024. आपको यन्हा ठहरने के लिए प्राइवेट गेस्ट रूम और छोटे होटल भी मिल जायेंगे,अगर कभी आप चुनार घूमने आते है कोशिश करे की ठंडे या फिर बारिश के मौसम के कुछ दिन बाद आए ऐसे में आपको मिर्जापुर और चुनार के आस पास खूबसूरत झरने देखने को मिलेंगे इसके पहाड़ियों पर। आपको जानकर हैरानी होगी की चुनार शहर का धार्मिक महत्व भगवान विष्णु के भामन अवतार की कहानी कहता है। धार्मिक जानकार और यन्हा के लोग बताते है कि भगवान विष्णु के बामन अवतार का जो पहला पग पड़ा था वह चुनार की जमीन पर ही पड़ा उसके लिहाज से चुनार की ऐतिहासिक महत्वता के साथ धार्मिक मान्यता भी काफी बढ़ जाती है। मैं इसके बारे में लोग से सिर्फ कहानिया ही सुन सका कुछ प्रामाणिक चीजें नहीं देख पाया । चुनार के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए चुनार के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।चुनार और चुनार के किले बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को क्लिक करें। इन्हे भी देखे नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन जाने क्यों है खास? |