प्रयागराज से रीवा के लिए नई रेल लाईन की मांग।
प्रयागराज में मौसम ने ली करवट , पर उमस भरी गर्मी से अब भी लोग बेहाल।
किसान हुए लाचार , सुखा ,महंगाई, कम बारिश और आवारा पशु बने सिर दर्द।
चिलबिला बाजार प्रयागराज |
आपको जानकर हैरानी होगी कि इन दिनों महिना सितम्बर का है और इन दिनों प्रयागराज में उमस भरी गर्मी का प्रकोप जारी है | उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में सूखे जैसे हालत है | इन दिनों सूरज जून के महीने जैसा कहर लोगो और जिले कि चावल कि फसल पर कहर ढा रहा है | इस बार बारिश कम होने के कारन प्रदेश का हर जिला सूखे कि मार झेल रहा है | जिसके चलते चावल के दाम में इजाफ़ा देखने को मिल सकता है | हालाँकि किसानो ने बारिश कम होने कि वजह से और बारिश के लेट लतीफी के चलते इस बार धान कि खेती कम कि जिन लोगो ने धान कि फसल लगाईं भी थी | सुखा पड़ने के कारन फसल या तो सुख या फिर आवारा पशुओ कि भेंट चढ़ गई |
प्रयागराज ग्रामीण किसान। |
जन्हा सरकार एक तरफ तो किसान के हित कि बात कर रही है लेकिन आवारा पशुओ के सही से प्रबंधन न होने कारन किसान कि ज्यादातर फसल आवारा मवेशियों (गाय और बैल ) की भेंट चढ़ रहे जिसके चलते किसान भारी नुकसान उठा रहे है | बारिश न होने के कारन जन्हा एक तरफ धान कि फसल को उगाने में बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है , वन्ही आवारा मवेशी किसान और उसकी फसल के लिए भी एक बड़ी मुशीबत बने हुए , एक तरफ महंगाई कि मार झेल रहे लघु और माध्यम वर्ग के किसान के लिए किसानी करना किसी भारी चुनौती से कम नहीं |
बहुत से जगह आवारा पशुओ के लिए बाड़ा बना हुआ है लेकिन किसान कह रहे है कि वह बाड़े आवारा पशुओ को रखने में असमर्थ नजर आ रहे है , जिसके चलते किसानो को ऐसी भरी गर्मी में भी अपनी फसल कि रखवाली के काफी जिद्दो जहद करनी पड़ती है |