Uttar Pradesh Best Destination Mathura Vrindavan 2024. यूपी के बेस्ट डेस्टिनेशन मथुरा के बारे में जानकारी।
हमने अपने पहले लेख में आपको यूपी के टॉप डेस्टिनेशन के पर्यटन स्थल के बारे में बताया था जिसमे हमने आपको टॉप ट्वेल्व डेस्टिनेशन की सूची बताई थी । और पहले पर्यटन स्थल आगरा के बारे में जानकारी दी थी । आज हम आपको दूसरे पर्यटन स्थल मथुरा वृंदावन के बारे में जानकारी देने वाले है । जो की धार्मिक स्थल होने के साथ साथ प्रेम मय भी है। जिसकी प्रेम की दुहाई बड़े बड़े लेखक और कवियों ने अपने दोहे, छंद, पद, कविता और विरह गीत में भी किया है।
उत्तर प्रदेश बेस्ट डेस्टिनेशन सूची।
1आगरा
2 मथुरा
3 लखनऊ
4 वाराणसी
5 अयोध्या
6 कुशीनगर
7 शरवस्ती
8 कपिलवस्तु
9 प्रयागराज
10 झांसी
11मीरूत
12 बरैली
Up Top Destinations mathura : क्या आप जानते है ? यूपी में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा है, जो हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार काफी मायने रखती है। यहां कम से कम 5000 मंदिरों का पूरा समूह है । 20 लाख से अधिक आबादी वाले इस शहर की धार्मिक मान्यता काफी गहरी है। साथ ही प्रेम की भी राधा और कृष्ण के । स्त्रियां तो स्त्रियां पुरुषो ने भी अपने को अपने आराध्य के प्रेम खुद को गोपी की तरह दर्शाया है, इतने अधिक प्रेम में डूब गए है कुछ लोग, इस शहर के भगवान श्री कृष्ण की भक्ति और प्रेम में।
आज अपने इस लेख में हम भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा वृंदावन की बात करने वाले है ,जो धार्मिक होने के साथ साथ प्रेम मय भी है, इस शहर के लोग भगवान कृष्ण और उनकी प्रेम आराध्य भक्त राधा रानी की भक्ति और प्रेम की मिशाले देते है। बहुत सारे कवियों ने कविताएं,दोहे, छंद ,विरह गीत, भक्ति गीत से उनके प्रेम और वियोग को दर्शाया है।
मीरा अपनी एक पद में अपने प्रेम को कुछ यूं दर्शाती है,
"हे री मैं तो प्रेम दीवानी ,मेरा दर्द न जाने कोई,
सुली ऊपर सेज हमारी, किस बिध सोना होय।"
मीरा अपनी एक कविता में कुछ इस प्रकार से अपने प्रेम को अभिव्यक्त किया है,
"मेरे तो प्रभु गिरधर नागर, दूसरा न कोई,
जाके सिर मोर मुकुट,मेरा पति सोई।"
मथुरा और भगवान श्री कृष्ण के बारे में सतही जानकारी।
भारत की राजधानी दिल्ली से सिर्फ 141 किलो मीटर की दूरी पर बसा यह शहर । कृष्ण के प्रेम की भक्ति में डूबा है। यह दूरी 141 किलोमीटर ट्रेन के रास्ते है। यह शहर यमुना नदी के किनारे बसा है। मथुरा ऐतिहासिक रूप से कुषाण राजवंश द्वारा राजधानी के रूप में विकसित नगर है। लोगो को यह मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण के समय काल से भी पूर्व अर्थात 7500 वर्ष पूर्व से यह नगर अपने अस्तित्व में है। लेकिन इसका कोई प्रमाण मौजूद नही किसी लेख में । क्योंकि 13 वी शताब्दी से पहले इसका कन्ही किसी भी पुरातात्विक प्रमाणों में जिक्र तक नहीं। लेकिन यह धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विश्व विख्यात है। आप यन्हा देश विदेश से आए शैलानियो को देख सकते है।
यन्हा के लोग बोलचाल में हिंदी और ब्रज भाषा का प्रयोग करते है ।
क्यों प्रसिद्ध है मथुरा है ?
यह शहर भगवान श्री कृष्ण के जन्म स्थली के रूप में जाना जाता है। जो हिंदू धर्म ग्रंथो के एक प्रिय भगवान है। जिन्हे भगवान विष्णु का 8 वा अवतार माना जाता है। जिन्होंने मथुरा में बढ़ रहे अन्याय और अधर्म का अंत करने के लिए मथुरा की एक जेल में माता देवकी और पिता वासुदेव के यन्हा जन्म लिया । लेकिन उनका लालन पालन माता यशोदा और बाबा नंद के घर में हुआ । उन्होंने अपने मामा कंस का वध कर मथुरा में धर्म का राज कायम किया ।
देवकी राजा कंस की बहन थी । कंस एक अत्याचारी राजा हुआ करता था । और उसने एक दिन आकाशवाणी सुनी की वह अपनी बहन के पुत्र के द्वारा ही मारा जायेगा। जिसके भय से उसने अपनी बहन देवकी और पति वासुदेव को कारागार में बंदी बना लिया। और देवकी के जन्मे बच्चों को कारागार में ही मरवा देता । कृष्ण से पहले देवकी ने सात और बच्चों को जन्म दिया। जिसे कंस ने अपनी मृत्यु के भय से उन्हें जेल में मरवा दिया। कृष्ण का जन्म द्वापर युग में हुआ था हिंदू धार्मिक जनकारो के अनुसार। बाबा नंद के यन्हा ही उनकी मुलाकात सखा सुदामा और सखी राधा रानी से हुई थी , जिनके साथ उन्होंने अपना बचपन बिताया।
हिंदू धर्म ग्रंथो में आप इनके महिमा को पढ़ सकते है भगवत गीता और महाभारत जैसे धर्म ग्रंथो में। जिसकी रचना श्री कृष्ण के समकालीन ऋषि वेदव्यास ने की थी । आइए अब जाने मथुरा में दर्शनीय स्थलों के बारे में जाने क्या है देखने लायक? वैसे मैं आपको बता दूं यन्हा की ब्रिज होली और बरसाना होली बहुत ही प्रसिद्ध होली है।
मथुरा में दर्शनीय स्थलों के नाम ।
- बरसाना।
- गोकुल।
- नंदगांव।
- विश्राम घाट।
- कृष्ण जन्मस्थान टेंपल।
- कंस किला।
- द्वारिकाधीस टेंपल।
- मथुरा गवरमेंट म्यूजियम।
- गायत्री तपोभूमि मथुरा।
- वृंदावन
- मदन मोहन टेंपल
- बाके बिहारी टेंपल
- श्री राधा रमन टेंपल
- रंगाजी टेंपल
- गोबिंद देव टेंपल
- इस्कॉन टेंपल
मथुरा कब और कैसे आए ?
मथुरा आने के लिए आप ट्रेन के रास्ते आसानी से पहुंच सकते है। दिल्ली से मथुरा ट्रेन के द्वारा 141 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है और महज कुछ चुनिंदा ट्रेनों से सिर्फ घंटे से डेढ़ घंटे में मथुरा पहुंचा जा सकता है। मथुरा स्टेशन एक जंक्शन स्टेशन है जन्हा से देश के तमाम हिस्सों के लिए ट्रेनें मिलती है।
मथुरा आने का बेहतर समय क्या है ?
वैसे तो आप मथुरा अपने समय और सुविधा के अनुसार कभी भी आ सकते है, लेकिन यन्हा आने का जो अनुकूल समय है वो फरवरी मार्च और नवंबर है क्योंकि यह ऐसे मौसम है जो घूमने की दृष्टि काफी सही है। क्योंकि इस मौसम में न ज्यादा गर्मी और न ही ज्यादा सर्दी पड़ती है।
लेकिन अगर आप यन्हा की फेमस बृज होली खेलना चाहते है तो आपको मार्च के महीने में आना चाहिए।
मथुरा रेलवे स्टेशन से भगवान कृष्ण की जन्म स्थली कितनी दूर है?
कम से कम 3 से साढ़े 3 किलो मीटर की दूरी पर मौजूद है भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली जिसे पहुंचने में गाड़ी के द्वारा 10 से 15 मिनट का समय लगता है।
सड़क मार्ग से मथुरा कैसे पहुंचे ?
सड़क मार्ग से आप मथुरा नेशन हाईवे के मध्यम से पहुंच सकते है। जो विभिन्न शहरों से आसानी के साथ जुड़ा हुआ है। यन्हा के प्रमुख बस स्टैंड भूतेश्वर बस स्टैंड और ओल्ड बस स्टैंड है। जन्हा से आपको रोडवेज की बस मिल जायेंगी।
यहां भोजन के रूप में क्या क्या मिलता है?
अगर आप खाने के शौकीन है तो आपको यन्हा खाने में जो विभिन्नता मिलेगी वो थोड़ी कम मसेलेदार होगी । आपको यहां खाने में समोसा कचौरी, पूरी आलू, जलेबी , खामन ढोकला, पोहे, दूध से बनी मिढ़ाई और रबड़ी, सोए , पपड़ी, घेवर , लस्सी , चाट।
मथुरा में ठहरने के लिए धर्म साला, गेस्ट हाउस, होटल आदि की जानकारी के लिए।
मथुरा में ठहरने के लिए इस लिंक पर क्लिक करके जनकारी हासिल करे जो की मथुरा district की ऑफिशियल वेबसाइट है। Mathura.nic.in
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