Madhy Pradesh elections: मध्य प्रदेश में चुनाव होना है और ADR की रिर्पोट के अनुसार जाने आपके कितने विधायक दागी है?
भारत में लोकतंत्र का पर्व समय समय पर आयोजित होता ही रहता है । ऐसे में भारत के पांच राज्यों में चुनाव होने की घोषणा का ऐलान हो चुका है, और सभी राजनीतिक दलों ने अपने जीत के लिए कमर कसने की तैयारी भी शुरू कर दी है। लेकिन जो राजनीतिक दल अब तक भारतीय जनता के विकास में लगी हुई थी । भला उन्होंने कितना जनता और राज्य का विकास किया यह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ , राजस्थान के स्थानीय निवासी और जातियों और धर्म में विभाजित जनता इस सत्य से भलीभांति परिचित होगी ।
चुनाव आयोग के प्रमुख सचिव राजीव कुमार के मुताबिक चुनाव का पहला चरण 7 नवंबर से होगा और आखरी चरण की वोटिंग 30 नवंबर को डाली जाएगी। वोटिंग के साथ ही चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर तक आने की संभावना है। वैसे आप इस बात से खूब परिचित ही होंगे कि राजस्थान, छत्तीस गढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन तेलगाना और मिजोरम विधानसभा में क्षेत्रीय दलों का ही दबदबा कायम है। ऐसे में इन चुनावों के फेर बदल होने से आने वाले आम चुनावों में कांग्रेस और भाजपा दोनों में से देश की जनता किस पार्टी का दामन थमेगी और किस पार्टी के दामन से पल्ला झड़ेगी उसकी जानकारी देश दिसम्बर में इसका अनुमान लग ही जायेगा।
जनता और राज्य के विकास के साथ साथ जनता को यह भी जानने की उत्सुकता बनी रहती है कि उनके द्वारा चुना गया जन प्रतिनिधि कितना विकसित हुआ ? जैसे कि मध्य प्रदेश की जनता मामा के चहुमुखी विकास से खूब परिचित है । चुनाव और चुनावी गतिविधि पर नजर रखने वाली एजेंसी ADR ने अपने हालिया रिपोर्ट में बताया की होने वाले चुनाव में कितने जनप्रतिनिधि का अपराधिक मामलों में विकास हुआ है। आइए जाने ।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) 2023 की रिपोर्ट्स के कुछ मुख्य अंश।
इस बार कुल कितनी पर्त्यासी मैदान में उतर रहे है अपनी किस्मत को आजमाने के लिए?
ADR के और इलेक्शन वॉच के सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश में इस बार कुल 2534 उम्मीदवारो के घोषित शपथ पत्र के द्वारा यह विश्लेषण किया गया और उसके आधार पर यह रिर्पोट निकलकर सामने आ रही है कि इस बार राष्ट्रीय पार्टी से 711 उम्मीदवार और राज्य पार्टी से 103 उम्मीदवार, रजिस्टर्ड अन recognized पार्टी से 553 उम्मीदवार,और इंडिपेंडेंट 1167 उम्मीदवार इस बार मैदान में है।
उम्मीदवार द्वारा घोषित अपराधिक मामले: कुल 2534 उम्मीदवारों में से 472 उम्मीदवारो पर आपराधिक मामले है। जो कि 19% होता है यह मामले पिछली विधान सभा चुनाव के मुकाबले 2% अधिक है , जबकि 2018 के मध्य प्रदेश के चुनाव में 2716 में से 464 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए थे।
उम्मीदवारों द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक मामले: इस बार 291 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर अपराधिक मामले की घोषणा की जबकि 2018 में यह 295 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले की घोषणा की थी जो लगभग 11% है और यह वर्तमान समय में भी बरकरार है । जिसमे बहुत कम सुधार देखने को मिला ।
राजनीतिक दलों में वैसे तो अपनी छवी साफ सुथरी होने का दावा करती है और जनता के सामने यह भी दिखाने की कोशिश करती है उनकी पार्टी साफ सुथरी छवि उम्मीदवार को ही मैदान में उतार रही है ,लेकिन जाने किस पार्टी में कितने उम्मीदवार दागी है।
पार्टी
उम्मीदवार
आपराधिक उम्मीदवार
कोग्रेस
230 में से 121 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
53%
भाजपा
230 में से 65 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
28%
आप
66 में से 26 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
39%
बीएसपी
181 में से 22 पर आपराधिक मामले
12%
आपको यह जानकर हैरानी होगी की जन्हा 2018 में विधान सभा चुनाव में मध्य प्रदेश में सिर्फ 33% ही निर्वाचन क्षेत्र संवेदनशील थे अब उस में इजाफा हो गया है 2023 में यह 34% हो गया है।
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